Tuesday, February 21, 2012

आँख किसी की रोते-रोते जब सहसा मुस्का जाती



                      { कविता की तीन अवस्थाएं }


 शब्द-शब्द जब मानवता के हितचिन्तन में जुट जाता है

तम का घोर अन्धार भेद कर दिव्य ज्योति दिखलाता है

जब भीतर की उत्कंठायें स्वयं तुष्ट हो जाती हैं

अन्तर में प्रज्ञा की आभा हुष्ट-पुष्ट हो जाती है

अमृत घट जब छलक उठे

बिन तेल जले जब बाती

तब कविता उपकृत हो जाती

अमिट-अक्षय-अमृत हो जाती


देश काल में गूंज उठे जब कवि की वाणी कल्याणी रे

स्वाभिमान का शोणित जब भर देता आँख में पाणी रे

जीवन के झंझावातों पर विजय हेतु संघर्ष करे

शोषित व पीड़ित जन गण का स्नेहसिक्त स्पर्श करे

आँख किसी की रोते-रोते

जब सहसा मुस्का जाती

तब कविता अधिकृत हो जाती

साहित्य में स्वीकृत हो जाती


क्षुद्र लालसा की लपटें जब दावानल बन जाती हैं

धर्म कर्म और मर्म की बातें धरी पड़ी रह जाती हैं

रिश्ते-नाते,प्यार-मोहब्बत सभी ताक पर रहते हैं

स्वेद-रक्त की जगह रगों में लालच के कण बहते हैं

त्याग तिरोहित हो जाता

षड्यन्त्र सृजे दिन राती

तब कविता विकृत हो जाती

सम्वेदना जब मृत हो जाती


हास्यकवि अलबेला खत्री - सूरत

जय हिन्द !

7 comments:

  1. Aadarniya bhai sahab prannam...! aap bahut hi jyesth, shreshth aivam sthaapit kavi hain. aapki lekhni veg wati hai, samarth hai. Mujhe 1 bar apr.2004 me Biaora (M.P.) me aapke saath kavita padne ka sobhagya praapt hua tha. main aapke saanidhya se abhibhoot hun......!

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  2. वाह...
    आँख किसी की रोते-रोते
    जब सहसा मुस्का जाती
    तब कविता अधिकृत हो जाती
    साहित्य में स्वीकृत हो जाती
    बहुत सुन्दर.....

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  3. आज 26/02/2012 को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर (सुनीता शानू जी की प्रस्तुति में) लिंक की गयी हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
    धन्यवाद!

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  4. वाह! अति सुन्दर अभिव्यक्ति.
    आपके मेरे ब्लॉग पर न आने से मुझे हो रही है विरक्ति.

    और क्या कहूँ आपको अलबेला जी खत्री.

    अनुपम प्रस्तुति के लिए आभार जी.

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  5. गहन भावों को लिए सुंदर प्रस्तुति ..... कोशिश होनी चाहिए कि कविता विकृत न हो ...

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  6. वाह! बहुत ही सुन्दर कविता...
    सादर.

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  7. त्याग तिरोहित हो जाता
    षड्यन्त्र सृजे दिन राती
    तब कविता विकृत हो जाती
    सम्वेदना जब मृत हो जाती
    वाह! बहुत ही सुन्दर

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अलबेला खत्री आपका अभिनन्दन करता है